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स्वयंसेवी संस्थाओं का भारतीय नेटवर्क और संस्थाओं का संसाधन केंद्र

NGOs India (एनजीओज इंडिया) का नेटवर्क एवं संसाधन
NGOs India (एनजीओज इंडिया) गैर सरकारी संगठनों (NGOs) अलाभकारी संगठनों (NPOs), स्वयंसेवी संस्थाओं, स्वैच्छिक संगठनों और समाजिक संगठनों का एक नेटवर्क है. NGOs India (एनजीओज इंडिया) के सम्बद्ध और सदस्य सम्पूर्ण भारत से हैं.
एनजीओ पोर्टल जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले स्वयंसेवी संस्थाओं की जानकारी उपलब्ध कराता है. यह एनजीओ पोर्टल स्वयंसेवी संस्थाओं की जानकारी के अलावा भारत में संचालित अलाभकारी संगठन (NGO) सार्वजनिक संस्थान और सरकारी संस्थान की भी जानकारी देता है साथ ही पोर्टल आपको फंडिग एजेंसीज, सामाजिक कार्यकता और संबंधित सहभागी, स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स), स्वयं सेवक (वोलन्टीयर)-सर्विस प्रदाता, सामाजिक मुद्दे, एनजीओ आर्थिक अनुदान परियोजनाएं (फंडिंग प्रोजेक्ट्स), सामाजिक क्षेत्र में नौकरियां, स्वयंसेवी संस्था से जुड़े व्यक्ति विशेष की सफलता के किस्सों सहित स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़ी अन्य जानकारी भी देता है. अगर किसी संस्था या संस्था से जुड़े व्यक्तिओं द्वारा कारोबारी, अवैध या अनैतिक कार्य किये जाते है तो इ्सकी जानकारी देवें, उसे हटा दिया जायेगा और जानकारी प्रमाणित होने पर ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा.
NGOs India (एनजीओज इंडिया) स्वयंसेवी संस्थाओं, समूह और समाज के व्यक्तियों के अनुभव, जानकारी आदि ऑनलाईन शेयर करके उन्हें एक पहचान और क्षमता प्रदान करता है. इस पोर्टल में सूचीबद्ध स्वयंसेवी संस्थाओं को सहयोग, अनुदान, स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स) का सहयोग मिलेगा. यह पहचान सही कार्य करने वाली संस्थाओं के कार्य और प्रतिष्ठा के लिए सहायक होती है. स्वयंसेवी संस्थाओं की यहां पर दी गई जानकारी उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो इस तरह के सहयोग और मदद की तलाश में हैं.

NGOS INDIA (एनजीओज इंडिया) का विजन और मिशन

NGOs India (एनजीओज इंडिया) सामाजिक सेवा, सामाजिक न्याय, विकास और मानवाधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है. स्वत्रंत और निष्पक्ष संवाद करना एक प्रमुख मानवाधिकार है और ये स्थायी विकास के लिए भी आवश्यक है. सभी स्तरों पर निर्णय लेने के लिए अद्यतन जानकारी का होना जरूरी है. NGOs India (एनजीओज इंडिया) इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जानकारी पहुंचे और समाज के पिछड़े व आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्गों और समुदायों की जरूरते पूरी हो तथा पिछड़े वर्गों का समूचा निरंतर विकास हो. NGOs India (एनजीओज इंडिया) इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि स्वयंसेवी संस्थाओं के मध्य आपस में सहयोग बढ़े और उन्हें समाज सेवा और विकास के लिए आवश्यक सम्पूर्ण एवं सही जानकारी उपलब्ध हो.

विश्वसनीय संदर्भ सामग्री, सूचना और डेटाबेस

NGOs India (एनजीओज इंडिया) स्वयंसेवी संस्थाओं के लिए एक ऐसा इंटरनेट पर उपलब्ध ऑनलाइन संसाधान केंद्र एवं सूचना केंद्र है जिसमें सभी प्रकार की सूचनाएँ एवं जरूरी उपलब्ध है. NGOs India (एनजीओज इंडिया) पर स्वयंसेवी संस्थाओं (NGO) से जुड़ी सभी तरह की विश्वसनीय जानकारी उपलब्ध करवाई गई है. इस पोर्टल पर स्वयंसेवी संस्था के लिए विविध विकल्प और अन्य आवश्यक उपयोगी जानकारी दी गई है. अन्य दूसरी जरूरी जानकारी के अलावा NGOs India (एनजीओज इंडिया) एनजीओ रजिस्ट्रेशन करवाने में, एनजीओ प्रबंधन में, अनुदान और वित्तीय सहायता हेतु परामर्श देने में भी प्रत्यक्ष व परोक्ष सहयोग करता है.
NGOs India (एनजीओज इंडिया) सामाजिक विकास के सभी तरह के मुद्दों पर मार्गदर्शन और सहयोग करता है. स्वयंसेवी संस्थाएं और उनके सहयोगी इस पोर्टल पर सरकारी मंत्रालयों, सरकारी विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाइयां, देश-विदेश की विभिन्न आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने वाली आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता सहायता संस्थाओं (फंडिंग एजेंसीज) और सहयोग करने वाले समूहों के डेटाबेस व सूचनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
उद्देश्यों – अवधारणा के क्रिन्यान्वयन हेतु संस्थान व कार्यकर्ताओं में नेटवर्किंग
NGOs India (एनजीओज इंडिया) समाज की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार हो व भारतीय समाज का सामजिक-आर्थिक स्तर पर सतत् विकास हो सके और स्वयंसेवी संस्थाओं के मध्य प्रभावी व उपयोगी भागीदारी बने इसके लिए पिछले दो दशक से रचनात्मक और सकारात्मक प्रयास और अनुपलनाएं होती आई है.
समाज के चहुमुखी विकास के लिए जो भी समान विचारधारा की या भिन्न-भिन्न विचारधारा की स्वयंसेवी संस्थाएं, चाहे वे एक जैसे समान मुद्दों अथवा विषयों पर कार्य कर रही हो, उन सभी को एक दूसरे का सकारात्मक सहयोग देने व लेने, भागीदारी करने या आपस में जानकारी साझा करने के लिए NGOs India (एनजीओज इंडिया) एक साझा मंच प्लेटफार्म उपलब्ध करवाता है. इस तरह के नेटवर्किंग से स्वयंसेवी संस्थाओं और सामाजिक संगठनों की ताकत और पहचान बनती है. वे अपनी सहयोगी भागीदारों के साथ उनके कार्यक्षेत्र से संबंधित जानकारी, सूचना और अनुभवों का आदान-प्रदान कर उनके कार्यक्रम और लक्ष्य को आसानी से पूरा कर सकते हैं.
NGOs India (एनजीओज इंडिया) नई और कम पहचान वाली स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यक्षमता वर्धन के लिए भी लंबे समय से समर्पित है. उपलब्ध संसाधनों से किस तरह से संस्थाओं को वित्तीय-अनुदान सहायता मिल सके जिससे वे अपने कार्यक्रमों और विविध प्रोजेक्ट्स का सफलतापूर्वक क्रिन्यान्वयन कर सके इसके लिए NGOs India (एनजीओज इंडिया) उन्हें एकल साझा मंच उपलब्ध करवाता है
NGO Consultancy – Registration Formation Process (एनजीओ कंसल्टेंसी)

एनजीओ रजिस्ट्रेशन और आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता व सहायता में सहयोग

बहुत से समाज सेवकों और सक्रीय व्यक्तियों जिनमें नई पीढ़ी के युवा भी शामिल है और उनके मन में सामाजिक भलाई के लिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का जज्बा है. ऐसे समाज के विकास के प्रति सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति समाज कल्याण के लिए एनजीओ रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं ताकि वे नई स्वयंसेवी संस्थाओं और पुरानी गैर लाभकारी संस्थाओं के साथ मिलकर अपने कार्यक्षेत्र की जरूरतों के अनुसार कार्य कर सके, और उन्हें समाजसेवी दानदाताओं से, सरकार और गैरसरकारी, देशी-विदेशी आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता सहायता संस्थाओं (फंडिंग एजेंसियों) से वित्तीय अनुदान व सहायता प्राप्त हो सके जिससे उन्हें अपने प्रोजेक्ट्स और लक्ष्यों के क्रियान्वयन में मदद मिल सके.
NGOs India (एनजीओज इंडिया) की टीम और संसाधन केंद्र ऐसे व्यक्तियों की सहयोग व मदद करता आ रहा है. हम समय-समय पर यहां आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता सहायता संस्थाओं (फंडिंग एजेंसीज/ Funding Agencies), आर्थिक अनुदान योजनाएं (फंडिंग स्कीम्स/ Funding Schemes), आर्थिक अनुदान के लिए आवश्यक प्रोजेक्ट (फंडिंग प्रोजेक्ट्स/ Funding Projects) और आर्थिक सहायता (फंडिंग) सामग्री समेत तमाम जानकारी अपडेट करते रहते हैं साथ ही स्वयंसेवी संस्था/एनजीओ का संचालन कैसे किया जाए? एनजीओ का प्रबंधन कैसे किया जाए? संस्था के संचालन और इसके उद्देश्यों को अमल करने और इसकी पूर्ती के लिए आर्थिक सहायता कैसे जुटाई जाए? स्वयं सेवकों (वोलन्टीयर्स) का सहयोग कैसे लिया जाए? इन सभी के बारे में भी मार्गदर्शन दिया जाता रहा है. एनजीओ रजिस्ट्रेशन (NGO Registration), एनजीओ फंडिंग (NGO Funding) और अन्य जरूरी परामर्श जैसे वार्षिक प्रतिवेदन (Annual Report) बनाना आदि पर NGOs India (एनजीओज इंडिया) परामर्श सेवाओं के विकल्प उपलब्ध करवाती है.

स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स), सहयोगकर्ता और स्वयंसेवी संस्थाओं का नेटवर्कः

  • बहुत सी ऐसी स्वयंसेवी संस्थाएं है जिनके पास आर्थिक संसाधन (फंड) नहीं होता है या जो फंड नहीं चाहते हैं या जो अपने पास उपलब्ध संसाधनों से भी ज्यादा क्षमता का कार्य करना चाहते हैं उन्हें स्वयं सेवकों (वोलन्टीयर्स) और स्वयंसेवी और सहयोगी व्यक्तिओं की जरूरत रहती है.
  • NGOs India (एनजीओज इंडिया) ऐसे स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स) का पूरा नेटवर्क उपलब्ध करवाती है जो सामाजिक चेतना और विकास के लिए वास्तव में कार्य करने वाली स्वयंसेवी संस्था (NGO) के लिए कार्य करें.
  • NGOs India (एनजीओज इंडिया) हमेशा से ही स्वयंसेवी संस्थाओं को अपना सहयोग देती आ रही है जो समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए पूरी पारदर्शिता से कार्य करती आ रही है. हमारी पूरी कोशिश रहती है कि स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स) अच्छी स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ कार्य करे और उन्हें इस बात की तसल्ली रहे की उन्होने अपना मूल्यवान समय समाज के किसी अच्छे कार्य में लगाया.

गैर सरकारी संगठन (NGO) क्या है?
What is NGO

 

एनजीओ स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स)

ngosindia.com /NGOsIndia.in स्वयं सेवी संस्थाओं (NGO)को स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स) उपलब्ध करवाने का एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसमें देश विदेश के स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स) स्वयं सेवी संस्थाओं (NPO) में अपनी सेवाएं देने के लिए हमारे नेटवर्क से जुड़ते हैं. हम वास्तव में बेहतरीन कार्य करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ ही स्वयं सेवकों (वोलन्टीयर्स) को जोड़ते हैं.
यदि कोई स्वयं सेवक (वोलन्टीयर) के रूप में अपनी सेवाएं देना चाहता हो और कोई स्वयंसेवी संस्था अपने यहां किसी स्वयं सेवक (वोलन्टीयर) की मदद चाहते हो तो हमें ईमेल कर सकते हैं.

What is Difference between Trust, Society and Non Profit Company

स्वयंसेवी संस्थाओं के लिए आर्थिक सहायता अर्जित करने के लिए अभियान (Fund Raising Campaign):

स्वयंसेवी संस्थाएं जो बहुत अच्छा कार्य कर रही है लेकिन उन्हें पर्याप्त वित्तीय अनुदान सहायता नहीं मिल पा रही है. NGOs India (एनजीओज इंडिया) ऐसी संस्थाओं को आर्थिक अनुदान सहायता मिले, संस्थाएं अपने स्तर पर ही अपनी वित्तीय हालात सुधार कर आत्मनिर्भर बन सके इसके लिए मार्गदर्शन देता है.
सामाजिक विकास, सामाजिक कल्याण व ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर कार्य करने वाली संस्थाओं के लिए बहुत सारे वित्तीय अनुदान प्राप्त करने के विकल्प और अवसर मौजूद होते है. सरकारी मंत्रालयों में कई मंत्रालय ऐसे हैं जो स्वयंसेवी संस्थाओं को सरकारी नीतियों के अनुपालक व क्रियान्वयन में भागीदारी बनाते हैं. इसके लिए संस्थान को वित्तीय अनुदान दिया जाता है.

  • स्वयं सेवी संस्थानों के लिए आर्थिक अनुदान संग्रहण अभियान (NGO Fundraising Campaign), जिन प्रोजेक्ट्स पर फंड मिलता है प्रोजेक्ट दस्तावेजीकरण (Project Documentation)आदि पर तमाम डोक्यूमेंटेशन प्रक्रिया, जानकारी व सूचनाएं इस पोर्टल पर अपडेट होती रहती है. प्रोजेक्ट, कार्यगतिविधियां, कार्यक्रम और प्रोफाइल्स आदि के दस्तावेजों कप तैयार करने की जानकारी भी यहां दी जाती रहेगी.
  • आपकी संस्था को किस तरह से सरकारी फंड प्राप्त हो
  • आपकी संस्था के लिए किस तरह से फंड जुटाया जाए
  • आर्थिक अनुदान और सहायता प्राप्त करने के लिए प्रोजेक्ट के साथ कौन-कौन से दस्तावेज और समग्री संलग्न करना जरूरी है
  • वार्षिक प्रतिवेदन (NGO Annual Report) कैसे तैयार की जाती है
  • प्रोजेक्ट लिखने के लिए सुझाव सामग्री और संसाधन
  • प्रोजेक्ट तैयार करने के नमूने (फोरमेट्स)
  • प्रोजेक्ट प्रपोजल के लिए मार्गदर्शन (गाईडलाईंस)
  • कॉन्सेप्ट नोट (अवधारणा नोट) – विदेशी सहायता के लिए कैसे लिखे जाएँ
  • आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता सहायता संस्थाओं (फंडिंग एजेंसीज) से कैसे एप्रोच करे
  • एफसीआरए (FCRA) क्या है और FCRA कैसे प्राप्त करे
  • विदेशी आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता सहायता संस्थाओं (फंडिंग एजेंसीज) से कैसे फंड प्राप्त करे
  • फंड जुटाने और प्राप्त करने के तरीके क्या हैं
  • इनकम टैक्स एक्ट के तहत 12A का रजिस्ट्रेशन कैसे करवाएं
  • इनकम टैक्स एक्ट के तहत 80Gका रजिस्ट्रेशन कैसे करवाएं
  • इनकम टैक्स एक्ट के तहत 35(i)(ii) एवं 35(i)(iii) के तहत रजिस्ट्रेशन कैसे करवाएं
  • भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्रालयों की अनुदान योजनाएं
  • भारत की अनुदान योजनाएं सरकार
  • विदेशी फंडिंग एजेंसियों की अनुदान योजनाएं
  • निजी आर्थिक सहायता एजेंसियों की अनुदान योजनाएं
  • राज्य सरकारों के अनुदान योजनाएं
  • सीएसआर अनुदान योजनाएं

NGO उद्देश्य, एनजीओ रजिस्ट्रेशनआर्थिक अनुदान योजनाएं

गैर सरकारी संस्थान (NGO)

गैर सरकारी संगठन (NGO) समुदायों, व्यक्तियों, स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों का अलाभकारी समाजसेवा करने वाला स्वैच्छिक संगठन होता है. स्वयंसेवी संस्था जिसे गैर सरकारी संगठन भी कहते हैं को अधिकृत सरकारी रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्टार करवाया जाता है. यह इसके सदस्यों द्वारा सरकारी कानून व नियम के अनुसार संचालित होता है. प्रत्यक्ष रूप से इस पर सरकारी नियंत्रण नहीं होता है. यह सही है कि गैर सरकारी संगठन/स्वयं सेवी संस्था सीधे तौर पर सरकार के नियंत्रण में नहीं है लेकिन फिर भी संगठन को अपने कार्य सरकारी नीतियों के अनुसार ही करने होते हैं खास तौर पर वे क्षेत्र जिनमें सरकार समाज के विकास और कल्याण के लिए कार्य करती है. गैर सरकारी संगठन, स्वयं सहायता संस्था मानव कल्याण के लिए चलायी जानी वाली सरकार की कल्याण और विकास की नीतियों में सुधार, उन्हें बढ़ावा देने व सरकार के कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
गैर सरकारी संगठन/ स्वयं सेवी संस्था/ एनजीओ (NGO) प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, सशक्तिकरण, सामाजिक विकास, सामाजिक जागरूकता, राजनैतिक जागरूकता, पशु कल्याण, आर्थिक और वित्तीय संसाधन प्रबंधन विकास, आधारभूत सरचना विकास, समुदायों के आजिविकोपार्जन के कार्यक्रम, सांस्कृतिक विरासत संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान व तकनीकी, मानवाधिकार जैसे किसी भी उद्देश्य के लिए कार्य कर सकते हैं जो समाज के सदस्यों, व्यक्तियों व समाज के उन्नति में सहायक व उपयोगी हो.

  • NGOs (गैर सरकारी संगठन/स्वयं सेवी संस्था) मानव जीवन के कल्याण व सुधार हेतु कानून के अनुपालन और क्रियान्वयन, नवीन नियम कानून और नीतियां बनवाने में भी सहयोग करती हैं.
  • गैर सरकारी संगठनों/ स्वयंसेवी संस्थाओं के मध्य जानकारी सहयोग और कारगर संवाद हेतु प्रभावी सहभागिता को बढ़ावा देना.
  • गैर सरकारी संगठनों/स्वयंसेवी संस्थाओं के आपस में व अन्य दूसरे संगठनों के साथ, सूचनाओं व जानकारी के आदान प्रदान को विस्तार देने हेतु नेटवर्किंग.
  • सामुदायिक संगठनों को ताकत देने के लिए समान कार्यनीति योजनाओं पर कार्य करने वाले, सहयोगी भागीदारों के साथ जानकारी व योग्यता के अनुभव के आपस में साझेदारी हेतु नेटवर्किंग.
  • एक ही प्लेटफार्म पर छोटे संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं को कार्यक्षमता संवर्धन हेतु ऑनलाईन जानकारी व सूचनाएं उपलब्ध करवाना.
  • गैर सरकारी अलाभकारी संगठनों, परोपकारी संस्थाओं, छोटे और सामुदायिक समूहों, शैक्षिणक और रिसर्च संस्थाओं हेतु कार्य करना.
    सरकार से, आर्थिक सहयोगी संस्थानों (फंडिंग एजेंसीज) से, कारपोरेट सोशल रेस्पांसिबीलिटी (उद्योग समूहों की सामाजिक जिम्मेदारी) के दायरे में आने वाले उद्यमों के साथ समाज सेवा कार्य की साझेदारी, आर्थिक सहयोगी और अन्य देशी-विदेशी सहायता संस्थानों से किस तरह से वित्तीय अनुदान प्राप्त किया जाए इस पर मार्गदर्शन देना.
  • NGOs स्वयं सेवी संस्थानों को आर्थिक सहायता (फंड) प्राप्त करवाने हेतु कारगर नीति बनाने में सहयोग.
  • सामाजिक मापदण्डों का अनुसरण करते हुए सफलता पूर्वक एनजीओ संचालन हेतु जानकारी, मार्गदर्शन उपलब्ध करवाना.
  • स्वयं सेवी संस्थानों, परिवर्तन निर्माण उत्प्रेरकों (चेंजमेकर केटेलिस्ट) और विकास पुरुषों (डेवलपमेंट एजेंट्स) के मध्य विचारों की साझेदारी करना.

NGOs को वेब साईट के जरिए आसानी से व तुरंत जानकारियां-सूचनाएं उपलब्ध कराना.

  • NGOsIndia.com/NGOsIndia.in के जरिए आर्थिक अनुदान प्रदानकर्ता सहायता संस्थाओं (फंडिंग एजेंसीज) को भी सही एनजीओ के चयन के लिए विविध विकल्प देना.
    एनजीओ रजिस्ट्रेशन (NGO Registration) और एनजीओ सलाहकार सेवा (एनजीओ कंसल्टैंसी) हेतु जानकारी उपलब्ध कराना.
  • एनजीओज को स्वयं सेवक (वोलन्टीयर्स) उपलबध करवाना तथा सामाजिक संस्थाओं और स्वयं सेवकों के मध्य साझेदारी, सहयोग और समन्वयन स्थापित करना.
  • NGOs India (एनजीओज इंडिया) NGOsIndia.com/NGOsIndia.in एनजीओ रजिस्ट्रेशन (NGO Registration), आर्थिक सहायता (फंडिंग) और प्रोजेक्ट लेखन, एनजीओ प्रबंधन से संबंधित सभी तरह की उपयोगी व विश्वसनीय सूचनाएं व जानकारी उपलब्ध करवाता है.
  • NGOs India (एनजीओज इंडिया), एनजीओ रजिस्ट्रेशन, फंडिंग आदि पर सलाहकार (कंसल्टेंसी) सेवाओं का अनुमोदन करता है. आर्थिक सहायता के लिए अगर किसी संस्थान को जरुरत पड़े तो स्वयंसेवी संस्था से संबंधित सभी तरह की कंसल्टेंसी सेवाएं यह पोर्टल अपने काबिल व विश्वसनीय कंसल्टेंट्स की टीम द्वारा उपलब्ध करवा सकता है.
  • यदि किसी को भी फंडिंग, आर्थिक संसाधन जुटाना, प्रोजेक्ट तैयार करवाना, प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव तैयार करवाना, प्रोजेक्ट के प्रारूप और सहायता के लिए आवश्यक कार्ययोजना बनाना और पूर्ण करवाना, वार्षिक प्रतिवेदन, एनजीओ प्रबधन, एनजीओ का संचालन करना और कांसेप्ट राइटिंग के लिए कंसल्टेंसी की जरूरत हो तब संस्थाओं हमारी और से अनुमोदित सलाहकार (कंसल्टेंसी) सेवाएं ले सकते है. संस्थान और संस्थाओं के संचालक किसी तरह के एनजीओ दस्तावेजों और विदेशी अनुदान के लिए एफसीआरए रजिस्ट्रेशन (FCRA Registration) प्रक्रिया के बारे में जानना चाहे तो भी सूचना, जानकारी और सलाह ले सकते हैं.
  • संस्थान संचालकों के लिए इस विषय में यह स्पष्ट होना जरुरी है कि मात्र एनजीओ रजिस्ट्रेशन करवा लेने से ही या किसी के पास एक पंजीकृत (रजिस्टर्ड एनजीओ) होने से ही संस्थान को सरकारी और गैर सरकारी वित्तीय अनुदान (NGO Funding) सहायता नहीं मिल सकती.
  • यदि कोई विश्वसनीय एनजीओ आर्थिक सहायता अर्जित करने के लिए अभियान (Fund Raising Campaign) चलाना चाहे तो संस्थान के संचालकों को मार्गदर्शन दिया जाता है कि किस तरह से, कैसे उसे क्या करना है जिससे उसे अपने मिशन को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता मिल जाए.
  • स्वयंसेवी संस्था किस तरह से कम से कम संसाधनों में अपनी संस्था को सुचारू रूप से चला सके व अपने कार्य को विस्तार दे सके हम इस पर भी अपने कारगर परामर्श मार्गदर्शन देते हैं.